राजस्थान में यूरिया की किल्लत के लिए भाजपा और कोंग्रेस दोनो समान रुप से जिम्मेदार है,भाजपा की केंद्र सरकार अगर राजनैतिक द्वैषता से अब प्रदेश के किसानों के साथ ऐसा बर्ताव करे या फिर कोंग्रेस केंद्र की सरकार को दोषी बताने के लिए किसानों के साथ ऐसा बर्ताव करे, नुकसान अन्नदाताओं का ही हुआ है, भाजपा की सरकार राजस्थान से जाते-जाते यूरिया का भंडारण व वितरण सही रूप से जानबूझकर नही किया क्योंकि उन्हें पता था प्रदेश से हमारी सरकार की विदाई तय है वहीं कोंग्रेस की सरकार आते ही आपसी विवाद में उलझ गई ! सरकार को किसान हितो को मध्य नजर रखते हुए प्रदेश में संचालित सहकारी समितियों के माध्यम से तत्काल किसानों को उनकी आवश्यकतानुसार यूरिया की उपलब्धता करवाये !

